मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और अरविंद केजरीवाल ने नौवें सिख गुरु श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस को समर्पित ‘मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना’ का शुभारंभ किया

मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और अरविंद केजरीवाल ने नौवें सिख गुरु श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस को समर्पित ‘मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना’ का शुभारंभ किया

Chief Minister's Pilgrimage Scheme

Chief Minister's Pilgrimage Scheme

पंजाब सरकार की यह अनोखी पहल लोगों को पवित्र स्थलों के दर्शन करवाएगी

यात्रा के दौरान लोग पंजाब की तरक्की, अमन-शांति और खुशहाली के लिए अरदास करेंगे — केजरीवाल

यह योजना सभी वर्गों, धर्मों, आय वर्गों और क्षेत्रों के लोगों के लिए होगी — मुख्यमंत्री

लाभार्थियों के चयन के लिए पूरी पारदर्शी प्रक्रिया अपनाई गई — मुख्यमंत्री

धूरी (संगरूर), 29 अक्तूबर: Chief Minister's Pilgrimage Scheme: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आज नौवें पातशाह श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस को समर्पित ‘मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना’ के दूसरे चरण की शुरुआत की।

अपने संबोधन में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में राज्य सरकार ने जनता की सेवा के लिए वास्तव में एक अनोखी पहल की है। उन्होंने बताया कि इस योजना के अंतर्गत तीर्थ यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं का चयन ड्रॉ के माध्यम से कर पूरी पारदर्शिता बरती गई है।

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बहुत से लोगों के मन में पवित्र स्थलों के दर्शन करने की गहरी इच्छा होती है, जिसे पूरा करने के लिए यह विशेष पहल की गई है। उन्होंने बताया कि यात्रा के दौरान संगत के साथ एक मेडिकल टीम भी रहेगी ताकि किसी भी आकस्मिक स्थिति में तत्काल सहायता दी जा सके। श्रद्धालुओं को प्रसाद भी वितरित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को किसी कारणवश पवित्र स्थलों के दर्शन करने का अवसर नहीं मिल सका, उनके लिए यह योजना किसी वरदान से कम नहीं है।

उन्होंने श्रद्धालुओं से आग्रह किया कि वे यात्रा के दौरान पंजाब की उन्नति, शांति और खुशहाली के लिए अरदास करें।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पंजाब महान गुरुओं, संतों-महापुरुषों, पीरों-फकीरों और शहीदों की पवित्र धरती है, जिन्होंने भाईचारे, एकता और सांप्रदायिक सौहार्द का संदेश दिया। समाजिक और धार्मिक एकता को मजबूत करने के उद्देश्य से ही यह योजना चलाई जा रही है ताकि राज्यवासी पवित्र तीर्थ स्थलों के दर्शन कर सकें।

मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने अपने संबोधन में बताया कि ‘मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना’ का यह दूसरा चरण जनता की सुविधा के लिए आरंभ किया गया है। इस यात्रा के लिए प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से 16,000 श्रद्धालुओं का चयन किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रद्धालुओं को श्री हरमंदिर साहिब, दुर्गियाना मंदिर, भगवान वाल्मीकि तीर्थ स्थल, जलियांवाला बाग, पार्टीशन म्यूज़ियम और अमृतसर के अन्य धार्मिक स्थलों के दर्शन करवाए जाएंगे। इसके अलावा इस योजना के तहत तीर्थयात्री पंजाब में श्री आनंदपुर साहिब और हिमाचल प्रदेश के माता नैना देवी मंदिर जैसे पवित्र स्थलों के दर्शन भी करेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह योजना सभी वर्गों, धर्मों, विभिन्न आय समूहों और क्षेत्रों के लोगों के लिए समान रूप से खुली है। श्रद्धालुओं को यात्रा के दौरान तीन दिन और दो रातों का प्रवास प्रदान किया जाएगा। यात्रा के लिए 50 वर्ष या उससे अधिक आयु के व्यक्ति पात्र होंगे। इसके लिए मतदाता पहचान पत्र आवश्यक होगा।

मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रत्येक 100 पंजीकृत व्यक्तियों में से प्रत्येक बूथ से ड्रॉ द्वारा 40 श्रद्धालुओं का चयन किया जाएगा। इन श्रद्धालुओं को ए.सी. बसों में यात्रा, ए.सी. होटलों में ठहराव और भोजन की व्यवस्था दी जाएगी। प्रत्येक बस में यात्रियों की सहायता के लिए एक सहायक भी नियुक्त किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि यह योजना महान गुरु साहिबानों की शिक्षाओं और दर्शन पर आधारित है, जिन्होंने समाज को प्रेम, भाईचारा और शांति का संदेश दिया। बहुत से लोग विभिन्न कारणों से देशभर के धार्मिक स्थलों की यात्रा नहीं कर सके थे। इसीलिए राज्य सरकार ने रेलवे मंत्रालय के साथ समन्वय कर यह व्यवस्था की है कि श्रद्धालुओं को देश के अन्य राज्यों के तीर्थ स्थलों के भी दर्शन करवाए जा सकें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार अपने आप को सौभाग्यशाली मानती है कि परमात्मा ने उसे जनता की ऐसी सेवा करने का अवसर प्रदान किया है। उन्होंने सभी श्रद्धालुओं से आग्रह किया कि वे नौवें गुरु श्री गुरु तेग बहादुर जी के शहीदी दिवस से संबंधित विभिन्न जिलों में आयोजित समारोहों, नगर कीर्तन और मुख्य कार्यक्रमों में उत्साहपूर्वक भाग लें।

उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने इस ऐतिहासिक अवसर को यादगार बनाने के लिए पहले ही कार्यक्रमों की विस्तृत श्रृंखला तैयार कर ली है।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री हरदीप सिंह मुंडियां और बरिंदर कुमार गोयल, ‘आप’ के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया और अन्य गणमान्य उपस्थित थे।